बाबरी मस्जिद का निर्माण Babri Masjid
बाबरी मस्जिद का निर्माण 16वीं सदी में हुआ था, जब मुग़ल साम्राज्य के शासक बाबर ने इसे बनवाया था। परंपरागत रूप से, इस मस्जिद का स्थान भगवान राम के जन्मस्थल के रूप में जाना जाता था। इसी कारण से यह स्थल हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए पवित्र है।
विवाद का मुख्य कारण है कि बाबरी मस्जिद का निर्माण उस स्थान पर किया गया जो हिन्दू समुदाय के लिए पवित्र था। 1992 में आयोध्या में हिन्दू संगठनों द्वारा बाबरी मस्जिद को तोड़ने का प्रयास किया गया था, जिससे विवाद उभरा और मस्जिद गिराई गई।
इसके बाद, यह विवाद कानूनी और राजनीतिक जंग बन गया। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का निर्णय देने के लिए अनेक बार सुनवाई की, और अंततः 2019 में इस मामले में हिन्दू ओर मुस्लिमों के बीच समझौता हो गया।
राम मंदिर का निर्माण Ram Mandir Ayodhya
समझौते के अनुसार, आयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होने की मंजूरी दी गई। इसके बाद, राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ और वहां एक नया मंदिर बनाया गया। यह हिन्दू समुदाय के लिए बड़ी संतोषजनक घटना रही।